प्रयागराज

महाकुंभ में माघ पूर्णिमा का स्नान जारी है। प्रयागराज में ज़बरदस्त भीड़ है। संगम से 10 किलोमीटर तक चारों तरफ़ श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी हुई है। प्रशासन के मुताबिक, सुबह 6 बजे तक ही 73 लाख लोग स्नान कर चुके थे। अनुमान है कि आज 2.5 करोड़ श्रद्धालु डुबकी लगाएंगे।श्रद्धालुओं पर हेलिकॉप्टर से 25 क्विंटल फूल बरसाए गए। प्रयागराज जाने वाले रास्तों में भारी जाम के कारण ट्रैफिक प्लान में बदलाव किया गया है। शहर में वाहनों की एंट्री पूरी तरह से बंद कर दी गई है। मेला क्षेत्र में भी कोई वाहन नहीं चलेगा, जिससे श्रद्धालुओं को संगम पहुंचने के लिए 8 से 10 किलोमीटर तक पैदल चलना पड़ रहा है। प्रशासन द्वारा पार्किंग से शटल बसें चलाई जा रही हैं, लेकिन उनकी संख्या बहुत सीमित है।संगम पर पैरा-मिलिट्री फोर्स के जवान तैनात किए गए हैं, जो वहां लोगों को रुकने नहीं दे रहे हैं ताकि भीड़ को नियंत्रित किया जा सके। ज्यादातर श्रद्धालुओं को अन्य घाटों पर स्नान के लिए भेजा जा रहा है। भीड़ नियंत्रण के लिए इस बार मेले में 15 जिलों के डीएम, 20 आईएएस और 85 पीसीएस अफसरों को तैनात किया गया है।इधर, लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सुबह 4 बजे से मुख्यमंत्री आवास पर बने वॉर रूम से महाकुंभ की मॉनिटरिंग कर रहे हैं। डीजी प्रशांत कुमार, प्रमुख सचिव (गृह) संजय प्रसाद और कई अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी इस मॉनिटरिंग में शामिल हैं।

सीएम योगी सुबह 4 बजे से वॉर रूम से महाकुंभ की निगरानी कर रहे हैं।

महाकुंभ में आए किन्नरों ने नृत्य किया।
ज्योतिषाचार्यों के मुताबिक, माघ पूर्णिमा स्नान का मुहूर्त शाम 7.22 मिनट तक रहेगा। महाकुंभ मेले से भीड़ जल्दी बाहर निकल जाए, इसलिए लेटे हनुमान मंदिर, अक्षयवट और डिजिटल महाकुंभ सेंटर को बंद कर दिया गया है। आज महाकुंभ में कल्पवास भी खत्म हो जाएगा। संगम स्नान के बाद करीब 10 लाख कल्पवासी घर लौटेंगे।महाकुंभ का आज 31वां दिन है। इससे पहले 4 स्नान पर्व हो चुके हैं। 13 जनवरी से अब तक करीब 46 करोड़ श्रद्धालु स्नान कर चुके हैं। अब 26 फरवरी को महाशिवरात्रि पर आखिरी स्नान पर्व होगा।