Wednesday, February 5, 2025
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संसद में राष्ट्रपति का 59 मिनट का भाषण: सोनिया ने ‘बेचारी’ कहा, राहुल ने ‘उबाऊ’ बताया; राष्ट्रपति भवन ने इसे ‘दुर्भाग्यपूर्ण’ कहा, भाजपा ने मांग की कि वे माफी मांगें।



नई दिल्ली

18वीं लोकसभा का बजट सत्र आज से शुरू हुआ। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने संसद के दोनों सदनों, लोकसभा और राज्यसभा, की संयुक्त बैठक में 59 मिनट का संबोधन दिया।उनके इस भाषण पर कांग्रेस नेताओं की टिप्पणियों से विवाद खड़ा हो गया। सोनिया गांधी ने द्रौपदी मुर्मू के लिए “बेचारी” शब्द का उपयोग किया, जबकि राहुल गांधी ने उनके भाषण को उबाऊ बताया।भाजपा ने इसे आदिवासी समाज का अपमान करार दिया। वहीं, राष्ट्रपति भवन के प्रेस सचिव ने विपक्षी सांसदों की टिप्पणियों को दुर्भाग्यपूर्ण बताया और ऐसी भाषा से बचने की सलाह दी।अब देखिए सोनिया और राहुल गांधी की प्रतिक्रियाएँ…

सोनिया गांधी: राष्ट्रपति अंत तक बहुत थक चुकी थीं। बेचारी, वह मुश्किल से बोल पा रही थीं।

राहुल गांधी: यह भाषण उबाऊ था, वही बातें बार-बार दोहराई गईं।

पप्पू यादव: राष्ट्रपति केवल एक रबर स्टैंप की तरह काम कर रही हैं। वे बस लव लेटर पढ़ती रहती हैं।

मोदी ने कहा- इस सत्र में कई ऐतिहासिक विधेयक पेश किए जाएंगे।
संसद में राष्ट्रपति के अभिभाषण से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सदन के बाहर मीडिया को संबोधित किया। प्रधानमंत्री ने कहा- इस सत्र में कई ऐतिहासिक विधेयक पेश किए जाएंगे। प्रत्येक नारी को सम्मानजनक जीवन मिले, इस दिशा में इस सत्र में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए जाएंगे। सुधार, प्रदर्शन और रूपांतरण करेंगे।

अब पढ़िए राष्ट्रपति का अभिभाषण, 7 पॉइंट में…

  1. किसानों पर
    किसानों को फसलों का उचित दाम दिलाने और उनकी आय बढ़ाने पर सरकार कार्य कर रही है। कुल 332 मिलियन टन अनाज का उत्पादन हुआ। खरीफ और रबी फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) में वृद्धि की गई है। मोटे अनाज की खरीद पर तीन गुना अधिक राशि खर्च की गई है। अच्छी उपज के लिए 109 उन्नत प्रजातियां किसानों को प्रदान की गई हैं। कृषि इन्फ्रास्ट्रक्चर फंड का विस्तार किया जाएगा। खाद्य तेलों और तेंदू उत्पादन को बढ़ावा दिया गया है। प्राकृतिक खेती के लिए राष्ट्रीय मिशन चलाया जा रहा है।
  2. छात्रों पर
    छात्रों को उच्च शिक्षा में सहायता देने के लिए एक नई योजना शुरू की गई है। 500 कंपनियों में उन्हें इंटर्नशिप का अवसर मिलेगा। पेपर लीक को रोकने के लिए नया कानून लागू किया गया है। सरकार ने ग्राम सड़क योजना के लिए 26,000 करोड़ रुपए की स्वीकृति दी है। पिछले 6 महीनों में 17 वंदे भारत ट्रेनों को जोड़ा गया है।

3. गरीबों-मिडिल क्लास परहमारा उद्देश्य है कि गरीबों को गरिमापूर्ण जीवन मिले, और इसी दिशा में हम निरंतर प्रयासरत हैं। आज देश के 25 करोड़ लोग गरीबी से बाहर निकलकर आगे बढ़ रहे हैं। उन्होंने न्यू मिडिल क्लास के रूप में एक मजबूत मंच तैयार किया है, जो नई ऊर्जा से भरा हुआ है। सरकारी कर्मचारियों के सम्मान को ध्यान में रखते हुए, हमने आठवें वेतन आयोग के गठन का निर्णय लिया है। इसके साथ ही, केंद्र सरकार के लाखों कर्मचारियों को यूनिफाइड पेंशन प्रणाली के तहत 50% निश्चित पेंशन देने का निर्णय किया गया है।

4. आदिवासियों परआज देश के विकास में हर वर्ग की भागीदारी सुनिश्चित हो रही है, जिससे हम सभी के सामर्थ्य का अनुभव कर रहे हैं। इसका सीधा लाभ दलित, वंचित और आदिवासी समाज को मिल रहा है। जिस जनजातीय समाज की वर्षों से उपेक्षा होती रही, उसके कल्याण को हमारी सरकार ने सर्वोच्च प्राथमिकता दी है। वर्तमान में 770 से अधिक एकलव्य विद्यालयों में आदिवासी बच्चों को शिक्षा प्रदान की जा रही है। साथ ही, 30 नए मेडिकल कॉलेज स्थापित किए गए हैं। स्वास्थ्य क्षेत्र में भी बड़ा कदम उठाते हुए 5 करोड़ व्यक्तियों की स्क्रीनिंग की गई है।

5. इन्फ्रास्ट्रक्चर परआधुनिक इन्फ्रास्ट्रक्चर देश को नई आत्मनिर्भरता और आत्मविश्वास प्रदान करता है। हमने इस क्षेत्र में कई मील के पत्थर स्थापित किए हैं। 10 साल पहले जहां बुनियादी ढांचे का बजट केवल 2 लाख करोड़ था, वहीं अब यह बढ़कर 11 लाख करोड़ से अधिक हो चुका है। देश में एक डीप वॉटर मेगा पोर्ट की नींव रखी गई है, जो विश्व के शीर्ष 10 बंदरगाहों में शामिल होगा। उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेल परियोजना सफलतापूर्वक पूरी हो चुकी है, जिससे देश कश्मीर से कन्याकुमारी तक रेल नेटवर्क से जुड़ जाएगा। इसके अलावा, विश्व का सबसे ऊँचा रेल केबल ब्रिज भी बनाया गया है।

हेल्थ सर्विस पर
कैंसर मरीजों के लिए कैंसर दवाओं को कस्टम ड्यूटी से मुक्त कर दिया गया है। सर्वाइकल कैंसर के लिए 9 करोड़ महिलाओं की स्क्रीनिंग की जा चुकी है। जितना बल फिजिकल इन्फ्रास्ट्रक्चर पर काम किया, उतना ही सोशल इन्फ्रास्ट्रक्चर पर काम किया। अस्पताल, इलाज और सेवा के चलते परिवार का खर्च लगातार कम हो रहा है। एक लाख 75 हजार आयुष्मान आरोग्य मंदिर बने हैं।

बैंकिंग-टेक्नोलॉजी पर
आज भारत टेक्नोलॉजी के रूप में अहम ग्लोबल प्लेयर है। भारत में 5G की शुरुआत इसका उदाहरण है। UPI टेक्नोलॉजी की सफलता से प्रभावित हैं। 50 फीसदी से ज्यादा रियल-टाइम डिजिटल ट्रांजैक्शन हो रहा है। भारत में छोटे से छोटा दुकानदार इस सुविधा का लाभ उठा रहा है। बैंकिंग सेवाएं, UPI जैसी सुविधाएं उपलब्ध हैं। 5 लाख से ज्यादा कॉमर्स सर्विस सेंटर में दर्जनों सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं। डिजी लॉकर से कहीं भी और कभी भी अपने अहम दस्तावेज दिखाने की व्यवस्था मिली।

जट सत्र के पहले दिन से जुड़े बाकी अपडेट्स के लिए नीचे दिए गए ब्लॉग को पढ़ें…

सोनिया बोलीं- अभिभाषण पढ़ते वक्त राष्ट्रपति थक गईं थीं

सांसद सोनिया गांधी ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर कहा – “अंत तक राष्ट्रपति बहुत थक गई थीं। वह मुश्किल से बोल पा रही थीं।”

राष्ट्रपति ने कहा- दलित, वंचित और आदिवासी समाज को प्राथमिकता दी गई।
आज देश के विकास में सबका साथ है, इसलिए हम देश की पूरी क्षमता का अनुभव कर रहे हैं। इसका लाभ दलित, वंचित और आदिवासी समाज को मिल रहा है। जिस जनजातीय समाज की उपेक्षा होती रही, हमने उसके कल्याण को प्राथमिकता दी। 770 से अधिक एकलव्य विद्यालयों में आदिवासी बच्चों को शिक्षा दी जा रही है। 30 नए मेडिकल कॉलेज खोले गए हैं। स्वास्थ्य के लिए 5 करोड़ व्यक्तियों की जांच की गई है।

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