हरियाणा के खाद्य, नागरिक आपूर्ति और उपभोक्ता मामले विभाग ने नूंह जिले के एक राशन डिपो पर अनियमितताओं के गंभीर आरोप लगने के बाद त्वरित कार्रवाई की है। विभाग ने डिपो धारक का लाइसेंस सस्पेंड कर दिया है और उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई है।
शिकायत के बाद जांच कमेटी का गठन
सरकारी प्रवक्ता के अनुसार, नूंह जिले के उपायुक्त को गांव देवला नंगली में राशन वितरण में गड़बड़ी की शिकायत मिली थी। शिकायत के आधार पर जिला खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति कार्यालय ने एक जांच कमेटी गठित की।
जांच में क्या पाया गया?
कमेटी ने डिपो धारक बीरसिंह के स्टॉक की भौतिक जांच की, जिसमें निम्नलिखित अनियमितताएं सामने आईं:
- 39.94 क्विंटल गेहूं स्टॉक में कम पाया गया।
- 10.45 क्विंटल बाजरा की भी कमी पाई गई।
- 12 किलोग्राम चीनी स्टॉक में अधिक पाई गई।
तत्काल कार्रवाई और एफआईआर
खाद्य, नागरिक आपूर्ति और उपभोक्ता मामले राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) राजेश नागर ने कहा कि विभाग किसी भी तरह की गड़बड़ी को बर्दाश्त नहीं करेगा। जांच रिपोर्ट के आधार पर डिपो धारक बीरसिंह के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई गई और डिपो का लाइसेंस सस्पेंड कर दिया गया।
विभाग की सख्ती
राज्य मंत्री ने यह भी कहा कि राशन वितरण में पारदर्शिता बनाए रखना सरकार की प्राथमिकता है। ऐसे मामलों में दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।
यह कार्रवाई सुनिश्चित करती है कि गरीब और पात्र लोगों को उनका अधिकार समय पर मिले और किसी भी प्रकार की अनियमितता के लिए जवाबदेही तय की जाए।