हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने कुरुक्षेत्र बाईपास के निर्माण की सैद्धांतिक स्वीकृति के साथ प्रदेश में बुनियादी ढांचे और पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए कई महत्वपूर्ण घोषणाएं की हैं। यह जानकारी उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव के दौरान 48 कोस तीर्थ सम्मेलन में दी।
प्रमुख घोषणाएँ और योजनाएँ:
- कुरुक्षेत्र बाईपास का निर्माण:
- केन्द्र सरकार की सैद्धांतिक स्वीकृति।
- निर्माण कार्य जल्द शुरू होगा।
- बाईपास से कुरुक्षेत्र और आस-पास के क्षेत्रों को बेहतर कनेक्टिविटी मिलेगी।
- 48 कोस परिक्रमा यात्रा:
- ब्रज की 84 कोस यात्रा की तर्ज पर 48 कोस यात्रा शुरू करने की योजना।
- तीर्थ स्थलों को स्वच्छ और आकर्षक बनाने के लिए जनता से सहयोग का आह्वान।
- पर्यटन और बुनियादी ढांचे का विकास:
- श्री कृष्ण सर्किट योजना के तहत 134 स्थलों को 175 करोड़ रुपये की लागत से विकसित किया जाएगा।
- ज्योतिसर में 205 करोड़ रुपये के निवेश से महाभारत थीम पर आधारित अनुभव केंद्र का निर्माण।
- कुरुक्षेत्र को मथुरा और हरिद्वार से जोड़ने के लिए नई रेल सेवा।
- धार्मिक और सांस्कृतिक केंद्रों का निर्माण:
- श्री तिरुपति बालाजी मंदिर, अक्षरधाम मंदिर, इस्कॉन मंदिर और ज्ञान मंदिर का निर्माण।
- जीओ गीता संस्थान भी निर्माणाधीन।
- विकास कार्य और निवेश:
- पिछले 5 वर्षों में 93 विकास कार्यों के लिए 76 करोड़ रुपये स्वीकृत, जिनमें से 57 करोड़ रुपये जारी।
- कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड के तहत कार्य प्रगति पर।
- पुस्तक और डिजिटल गाइड का विमोचन:
- 48 कोस तीर्थ पुस्तक, तीर्थ क्यूआर कोड, और कुरुक्षेत्र टूर गाइड के दो संस्करणों का विमोचन।
विशेष अतिथियों की उपस्थिति:
- हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री श्याम सिंह राणा।
- तंजानिया की पर्यटन मंत्री श्रीमती पिंडी चाना।
- गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद महाराज।
मुख्यमंत्री ने कुरुक्षेत्र को देश का सबसे स्वच्छ और धार्मिक रूप से समृद्ध स्थल बनाने की प्रतिबद्धता जताई। इन योजनाओं से न केवल क्षेत्रीय विकास को बल मिलेगा, बल्कि कुरुक्षेत्र की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक विरासत को भी वैश्विक पहचान मिलेगी।
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